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कासगंज शहर के प्रसिद्ध मां चामुंडा महारानी तरोरा वाली मंदिर परिसर में इस बार गोवर्धन पर्व धूमधाम से मनाया गया। श्रद्धालुओं ने करीब 30 बैलगाड़ियों से लाए गए गोबर से लगभग 30 फुट लंबा और 10 फुट ऊंचा भव्य गोवर्धन महाराज का स्वरूप तैयार किया। यह दृश्य श्रद्धा, आस्था और परंपरा का अद्भुत संगम बना रहा।
सुबह से ही मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। ग्रामीणों और नगरवासियों ने मिलकर गोबर से गोवर्धन महाराज की आकृति को सजाया और फूलों, दीपों व रंगीन मिट्टी से आकर्षक रूप दिया। देर शाम आरती, भजन और पूजा-अर्चना के बीच भक्तों ने गोवर्धन महाराज की परिक्रमा की और परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।
गोवर्धन पूजा के अवसर पर मंदिर प्रबंधन समिति ने विशेष व्यवस्था की थी। श्रद्धालुओं के लिए पेयजल, प्रसाद वितरण और सुरक्षा की समुचित व्यवस्था की गई। बड़ी संख्या में पुलिस बल और स्वयंसेवक तैनात रहे ताकि कोई अव्यवस्था न हो।
मंदिर के पुजारी पंडित शिवकुमार शास्त्री ने बताया कि परंपरागत रूप से हर वर्ष मां चामुंडा महारानी मंदिर में गोवर्धन महाराज की पूजा की जाती है, लेकिन इस बार श्रद्धालुओं ने मिलकर इसे और भव्य रूप दिया। 30 बैलगाड़ियों के गोबर से निर्मित गोवर्धन महाराज की प्रतिमा ने पूरे क्षेत्र में आकर्षण का केंद्र बना लिया।
पूरे दिन मंदिर परिसर में ‘गोवर्धन जी की जय’, ‘जय गोपाल’, ‘जय श्रीकृष्ण’ के जयकारों से वातावरण गूंजता रहा। शाम को दीप प्रज्वलन के साथ भक्तों ने गोवर्धन महाराज की आरती उतारी और प्रसाद वितरण किया गया।
- भक्तों ने कहा कि मां चामुंडा और गोवर्धन महाराज के दर्शन से उन्हें आध्यात्मिक शांति का अनुभव हुआ। उन्होंने अपने परिवार की खुशहाली और गांव-शहर में सुख-समृद्धि की कामना की ।